मेरी ख़ुशियों का रहा ना ठिकाना,
मैं तो झूम झूम गाऊँ ये तराना,
के आया बड़ा शुभ दिन है,
सब मिलकर ढोल बजाओ,
के श्याम का जन्मदिन है, खाटूवाले का जन्मदिन है ।
मेरे बाबा का जन्मदिन है, खाटूवाले का जन्मदिन है ॥
कोई मेवा मिश्री, कोई छप्पन भोग ले आया है,
जैसी जिसकी श्रद्धा उसने वैसा भोग बनाया है,
मिष्ठान तो बस है बहाना,
इसे मीठे मीठे भजन सुनाना,
के आया बड़ा शुभ दिन है…..
सब मिलकर ढोल बजाओ,
के श्याम का जन्मदिन है….
भारत के कोने-कोने से आए कितने बाग़े हैं,
फूलों के श्रृंगार में तू प्यारा कितना लागे है,
ये श्रृंगार तो बस है बहाना,
भावों से इनको सजाना,
के आया बड़ा शुभ दिन है…..
सब मिलकर ढोल बजाओ,
के श्याम का जन्मदिन है….
कोई मेरे सांवरे की नजर उतारो जी,
कोई थूथकारा डारो लूण राई वारो जी,
राज निरख रहा है ज़माना,
देखो और बनाओ जी दीवाना,
के आया बड़ा शुभ दिन है…..
सब मिलकर ढोल बजाओ,
के श्याम का जन्मदिन है….
लेखक – राज पारीक जी