मन की बाता सांवरिये ने,
आज सुणाके देख ले,
सुणसी सुणसी सांवरिया मेरो,
टेर लगाके देख ले,
मन की बातां सांवरिये ने,
आज सुणाके देख ले।।
तर्ज – नगरी नगरी द्वारे द्वारे।
दुनिया पे कै आस करे है,
श्याम ही सांचो साथी,
श्याम ही सांचो साथी,
मन दीवले ने जगमग करले,
घाल प्रेम की बाती,
घाल प्रेम की बाती,
रोम रोम में श्याम रमाले,
फेर तमाशो देख ले,
मन की बातां सांवरिये ने,
आज सुणाके देख ले।।
गली गली क्यूँ भटक रह्यो तू,
श्याम करयो तेरे आगे,
श्याम करयो तेरे आगे,
मेरी पीड़ा वो ही हरेगो,
चालेगों तेरे सागे,
चालेगों तेरे सागे,
गैल्लो टेढ़ो बाबो सिध्यो,
बदले भाग्य की रेख ने,
मन की बातां सांवरिये ने,
आज सुणाके देख ले।।
खाटू माहि लगी कचहरी,
श्याम करे सुनवाई,
श्याम करे सुनवाई,
सांचो न्याय चुकातो आयो,
जाणे पीड़ पराई,
जाणे पीड़ पराई,
‘अनिल’ सुणावे बाता सारी,
चरणा माथा टेक ले,
मन की बातां सांवरिये ने,
आज सुणाके देख ले।।
मन की बाता सांवरिये ने,
आज सुणाके देख ले,
सुणसी सुणसी सांवरिया मेरो,
टेर लगाके देख ले,
मन की बातां सांवरिये ने,
आज सुणाके देख ले।।