मैं तो हूं सांवरिया, तेरे चरणों का पुजारी,
चरणों का पुजारी, तेरे चरणों का पुजारी ।।
तर्ज – सुनले ओ साँवरिया ।
जब से होश सम्भाला मैने, तुमको अपना माना,
तेरी लीला देख देख के, ये दिल हुआ दिवाना,
मेरे मन को भाये, तेरी सूरत जादुगारी ।।
मेरी खातिर प्यारे तू ने, क्या क्या नहीं किया है,
खुद मुझको भी पता नहीं है, इतना मुझे दिया है,
कैसे चुकाऊं बोलो, तेरा कर्जा सिर पे भारी ।।
लोग तेरा सिणगार सजायें, तूने मुझे सजाया,
जहां जहां तू लेकर जाये, मेरा मान बढ़ाया,
मालामाल हुआ है, प्रभु जो था एक भिखारी ।।
श्याम सदा ही देते रहना, तेरी दया की दौलत,
तेरी कृपा बनी हुई है, ‘बिन्नु’ की ये ईज्जत,
मुझ पर तो चलती है, बस तेरी ही रंगदारी ।।
लिरिक्स – बिन्नू जी