लागत है मोहे प्यारो जादुवर,
लागत है मोहे प्यार….
(राग – केदार)
मथुरा में हरी जन्म लियो है,
गोकुल में पग धारे,
जन्मत ही पूतना गति दीन्हो,
अधम उधाहरण धारो,
लागत है मोहे प्यारो जादुवर,
लागत है मोहे प्यार….
यमुना के तीरे धेनु चरावत,
ओढ़त कामर काली,
है सुन्दर वदन कमल दल लोचन,
पीताम्बर पटवार,
लागत है मोहे प्यारो जादुवर,
लागत है मोहे प्यार….
है मोर मुकुट मकरायत कुंडल,
कर में मुरली धारो,
शंक चक्र गदा पदम विराजे,
भक्तन को रखवारो,
लागत है मोहे प्यारो जादुवर,
लागत है मोहे प्यार….
जल डुवत बृज राख लीनो,
नख पे गिरिवर धारो,
है मीरा के प्रभु गिरधर नागर,
जीवन प्राण हमारो,
लागत है मोहे प्यारो जादुवर,
लागत है मोहे प्यार….