खाटूवालो सुणसी सुणसी बात,थे इबके चालो साथ, सुणेगो बाबो श्याम।।
तर्ज़ – घूंघरो ।
रे मनगरिया क्यूं करै टालमटाल,थे इबके चालो साथ…।।१।।
बाबो म्हारो भोत बड़ो दिलदार,थे मत ना करो विचार…।।२।।
दर्दी कोई ऐंकै आते द्वार,थे पुरावे सबकी आस…।।३।।