श्याम जी घनश्याम जी जय श्री श्याम जी,
खाटू में देखा अजब नज़ारा,
खाटू वाले श्याम धनी का,
फाग महोत्सव आ गया,
श्याम जी घनश्याम जी जय श्री श्याम जी ।।
सज गया खाटू धाम हमारा,
हारे का बाबा श्याम सहारा,
बाबा ऐसे करिश्में दिखाऐ,
चमका दे वो बुलंद पे सितारा,
भक्तों का रैला सा आ गया – 2x,
खाटू वाले श्याम धनी का,
फाग महोत्सव आ गया,
श्याम जी घनश्याम जी जय श्री श्याम जी ।।
खाटू का ये दरबार निराला,
दूल्हा बन बैठा श्याम हमारा,
नगरी महकी इत्तर से तुम्हारी,
केसर चंदन गुलाल लगाया,
रंग गुलाल का त्यौहार आ गया – 2x,
जन शैलाब भक्तों का आ गया – 2x,
खाटू वाले श्याम धनी का,
फाग महोत्सव आ गया,
श्याम जी घनश्याम जी जय श्री श्याम जी ।।
ढ़ोल नगाड़े बजे नगरी तुम्हारी,
खाटू की मिट्टी स्वर्ग से प्यारी,
हमने ऐसा किया भी कुछ नहीं,
रहमत बरसे तेरी श्याम मुरारी,
तेरी भक्ति में आनंद वो आ गया – 2x,
खाटू वाले श्याम धनी का,
फाग महोत्सव आ गया,
श्याम जी घनश्याम जी जय श्री श्याम जी ।।
लिरिक्स – ललित & आरती माली जी