कर्ज तेरे एहसान का श्याम रहने नहीं देना लिरिक्स

Karz Tere Ehsan Ka Shyam Rehne Nahi Dena Lyrics

कर्ज तेरे एहसान का श्याम रहने नहीं देना,
तेरा कर्जा चुके ना जब तक, मुझे मरने नहीं देना ।। टेर।।

तर्ज – सांवरे के रहते तूं ।

ऐसो ऐसे कर्म करना, ये कर्ज तेरा चुकता रहे,
चाहे रात दिन भी करना पड़े, मुझे थकने नहीं देना ।। १ ।।

तेरा कर्जा चुको ना चुके पर कोशिश करूंगा प्रभु,
तेरा कर्ज लेके भूल गया, ऐसा करने नहीं देना ।। २ ।।

तूंने करके. भरोसा प्रभु, आंख मींच करके कर्जा दिया,
तेरा मुझपर भरोसा प्रभु, इसे उठने नहीं देना ।। ३ ।।

तेरा ‘बनवारी’ कर्जा प्रभु, धीरे-धीरे चुकाऊंगा,
करते रहना तकाजा सदा, कभी रूकने नहीं देना ।। ४ ।।

यही भावना है ‘बनवारी’ लेने लायक दुबारा बनूं,
तेरी चौखट पे मेरे लिये, ताला लगने नहीं देना ।। ५ ।।

लिरिक्स – जयशंकर चौधरी जी