कलयुग में शिवयुग आया है, महादेव ये तेरा रचाया है,
हर भगत ने तुझको पाया है, महादेव ये तेरा रचाया है ।।
तर्ज – दुनिया में देव हज़ारो है ।
शिव मंदिर में तेरे भगत खड़े, तेरे नाम की अलख जगाए खड़े,
मूलमंत्र उन्हें अब भाया है, महादेव ये तेरा रचाया है,
कलयुग में शिवयुग आया हैं, महादेव ये तेरा रचाया है ।।
पंडालों में भारी भीड़ पड़ी, शिव कृपा की ऐसी होड़ लगी,
कण कण में शंकर समाया है, महादेव ये तेरा रचाया है,
कलयुग में शिवयुग आया हैं, महादेव ये तेरा रचाया है ।।
कलयुग में शिवयुग आया है, महादेव ये तेरा रचाया है,
हर भगत ने तुझको पाया है, महादेव ये तेरा रचाया है ।।
लिरिक्स – गजेन्द्र प्रताप सिंह