हे खाटूवाले श्याम, तेरी लीला न्यारी है,
कोई जान नहीं पाया, हम तो संसारी हैं ।। टेर ।।
तर्ज – होठों से छूलो तुम ।
माया में लिपटे हम, माया की आस करें,
धन सम्पत्ति वैभव में, हर सुख की खोज करें,
पर सच्चा सुख ना मिला, कैसी लाचारी है ।। १ ।।
तेरे नाम में सुख मिलता, सब वेद बखान करें,
चंचल मन स्थिर ना रहे, प्रभु कैसे ध्यान धरे,
परमेश्वर महर करो, ये पीड़ा भारी है ।। २ ।।
जायें तो किधर जायें, फैला अंधियारा है,
सद्मार्ग की राह बता, प्रभु तेरा सहारा है,
हमें माफ करो कान्हा, हम तो अज्ञानी हैं ।। ३ ।।
मिल जाए दया तेरी, कुछ ऐसा जतन कर दो,
गुणगान करें तेरा, भजनों में मगन कर दो,
‘नन्दू’ शरणागत ने, ये झोली पसारी है ।। ४ ।।
लिरिक्स – नन्दू जी