हमे रास्तो की जरूरत नहीं है,
हमे तेरे पेरो के निशान मिल गये है ।।
तुम ही हो शिव और ब्रह्मा का संगम,
सब कुछ तुम्हारा सब तुझको अर्पण,
अब तेरा मैं तो मुझमे ही तू है,
हमे रास्तो की जरुरत नहीं है,
हमे तेरे पेरो के निशान मिल गये है ।।
छाये जो दिल में गम का अँधेरा,
तन्हाई में जो मन मेरा घेरा,
खिलता सवेरा लेकर तू रूबरू है,
हमे रास्तो की जरुरत नहीं है,
हमे तेरे पेरो के निशान मिल गये है ।।
कलियों में तू है फूलो में तू है,
सागर की इक इक लहर में भी तू है,
कही भी मैं जाऊ बस तू ही तू है,
हमे रास्तो की जरुरत नहीं है,
हमे तेरे पेरो के निशान मिल गये है ।।
जन जन की सेवा यही मेरी पूजा,
तुम ही हो तुम हो कोई न दूजा,
तुम से है रोशन कण कण में तू है,
हमे रास्तो की जरुरत नहीं है,
हमे तेरे पेरो के निशान मिल गये है ।।




