गुरुदेव मेरी नैया,
उस पार लगा देना,
अब तक तो निभाया है,
आगे भी निभा लेना,
गुरुदेव मेरी नईया,
उस पार लगा देना ॥
(तर्ज – होठों से छु लो तुम)
दल बल के साथ माया,
घेरे जो मुझे आकर,
तुम देखते ना रहना,
झट आ के बचा लेना,
गुरुदेव मेरी नईया,
उस पार लगा देना ॥
संभव है झंझटो में,
मैं तुमको भूल जाऊँ,
हे नाथ मेरे तुम तो,
मुझको ना भुला देना,
गुरुदेव मेरी नईया,
उस पार लगा देना ॥
तुम देव मैं पुजारी,
तुम इष्ट उपासक मैं,
ये बात सत्य प्रभु जी,
सत्य कर के दिखा देना,
गुरुदेव मेरी नईया,
उस पार लगा देना ॥