दुनियां का बनकर देख लिया लिरिक्स

Duniya Ka Bankar Dekh Liya Lyrics

दुनियां का बनकर देख लिया, अब प्रभु का बनकर देखेंगे,
हम बिना मोल के सेवक हैं, चरणों में गुजारा कर लेंगे ।। टेर ।।

तर्ज – बनकर माँझी जीवन ।

हम जैसे प्रेम दीवानों की, सुनवायी कभी तो होती है,
जब तक न प्रभु को भनक मिले, हर दर्द खुशी से सह लेंगे ।। १ ।।

इस दर्द में जो आनन्द छुपा, बेदर्दी इसे क्या पहचानें,
मीरा, नरसी, प्रह्लाद भक्त, रैदास सूर शिक्षा देंगे ।। २ ।।

“नन्दू” माया के फन्दों का, प्रभु चरणों में कोई जोर नहीं,
बिछ जाना है हरि चरणों में, भवसागर पार उतर लेंगे ।। ३ ।।