दिल खो गया दिल खो गया – २,
बांके बिहारी श्री वृन्दावन में, हाय मेरा दिल खो गया, ।। टेर ।।
तर्ज – ओ सांवरे, ओ सांवरे ।
यहाँ यमुना किनारा है, श्री निधिवन प्यारा है,
कण-कण में बिहारी जी, यहाँ तेरा नजारा है,
दिल खो गया दिल खो गया ।। दिल ।।
होता नित रास यहाँ, संतों का वास यहाँ,
सदा भाव और भक्ति का, होता अहसास यहाँ ।। दिल ।।
देखा जब से तुमको, मैं हो गया दीवाना,
नहीं होश रहा कोई, हुआ खुद से बेगाना ।। दिल ।।
कहे ‘चित्र विचित्र’ प्यारे, कभी दिल से ना बिसराना,
पागल बस तेरा है, हर जनम में अपनाना ।। दिल ।।
लिरिक्स – चित्र विचित्र