दीवाना राधे का-2, मुरली वाला श्याम,
गुजरीया नच ले रे-2, गोर्वधन के नाम,
दीवान राधे-2 जय हो ।
राधे राधे जपता है, सबसे ये कहता है, प्यारी लगे, राधा रानी,
रास लीला करता है, राधा संग नाचता है, कान्हा करे मनमानी,
ग्वाल बाल तंग हुये, ब्रजवासी दंग हुये, मगन हुए धनश्याम ॥1॥
दीवाना राधे का – 2 ….
मैय्या जी हैरान हुई, गैय्या परेशान हुई, कान्हा हुये बैकाबू,
सोच रही रुकमणी, सौत मेरी कौन बनी, किसने किया ये जादू,
किसकी ये, प्रीत में खोये-2 श्याम मेरे, छोड़ा द्वारका धाम ।।2।।
दीवाना राधै का-2….
माखन से मुख मोड़ा, मट्ठा दही को खाना छोड़ा, सुधबुध सब बिसराई रे – 2 ,
वालो की ये टोली छोड़ी, कान्हा ने ठिठोली छोड़ी, बरसाने वाली, मन भाई रे,
जमुना के तट पर, भूले कान्हा नटखट, भूल गया ब्रजधाम ||3||
दीवाना राधै का-2….
राधा संग रास करे, ग्वालो को उदास करे, कान्हा की लीला, न्यारी रे,
गोपियों को तंग करे, मन में उमंग भरे, बड़े ही रसीले गिरधारी रे,
मथुरा में शोर मचे, नन्द किशोर नाचे, बैरागी धनश्याम ॥4॥
दीवाना राधे का-2….