छम छम छम घुँघरू बाजे, मस्ती में ऐसे नाचे लिरिक्स

छम छम छम घुँघरू बाजे, मस्ती में ऐसे नाचे ।
देखे ना सुबह और शाम, राम दीवाना हनुमान ॥

तर्ज : कजरा मोहब्बत वाला ।

राम की महिमा सुन के, खुश होते झूम-झूम के,
सुध-बुध भुला के देखो, नाचे है घूम घूम के,
ऐसी खड़ताल बजाये, झूमें और नाचे गाये,
देखे ना सुबह और शाम, राम दीवाना हनुमान ।।1।।

राम है इनके तन में, राम है इनके मन में,
ये तो ना आए भक्तों, धन की चमक-दमक में,
इनको तो एक नशा है, सुमिरण में मिले मजा है,
भक्तों में भक्त महान, राम दीवाना हनुमान ।।2।।

कहता है सेवक भक्तों, राम का नाम जपलो,
कीर्तन प्रभु का करके, अपना उद्धार करलो,
फेरो श्रीराम की माला, खुश होगा बजरंग वाला,
कर देगा तेरे सारे काम, राम दीवाना हनुमान ।।3।।