मुझे कौन जानता था तेरी बंदगी से पहले भजन लिरिक्स
मुझे कौन जानता था,तेरी बंदगी से पहले,मैं बुझा हुआ दिया था,तेरी बंदगी से पहले ॥ मैं तो खाख था जरा सी,मेरी और क्या थी हस्ती,मैं थपेड़े खा रहा था,तूफ़ान में जैसे कश्ती,दर दर भटक रहा था,तेरी बंदगी से पहले ॥ मुझे कौन जानता था,तेरी बंदगी से पहले,मैं बुझा हुआ दिया था,तेरी बंदगी से पहले ॥ […]
श्री राम जानकी बैठे हैं मेरे सीने मे भजन लिरिक्स
श्री राम जानकी बैठे हैं मेरे सीने मे,देख लो मेरे दिल के नगीने में ।। – दोहा –ना चलाओ बाण,व्यंग के ऐ विभिषण,ताना ना सह पाऊं,क्यूँ तोड़ी है ये माला,तुझे ए लंकापति बतलाऊं,मुझमें भी है तुझमें भी है,सब में है समझाऊँ,ऐ लंकापति विभीषण, ले देख,मैं तुझको आज दिखाऊं ।। श्री राम जानकी बैठे हैं मेरे […]
दाता नहीं है श्री राम के जैसा सेवक नहीं है हनुमान के जैसा भजन लिरिक्स
दाता नहीं है श्री राम के जैसा,सेवक नहीं है हनुमान के जैसा || आंख उठा कर देखा जग में सारा जगत भिखारी,काम क्रोध मद लोह मोह में लिपटे सब नर नारी,पाप नहीं कोई अभिमान के जैसा,दाता नहीं है श्री राम के जैसा… पड़ कर देखो रामायण बस एक ही बात सिखाये,वो नर पार उतर जाए […]