आ ही गए रघुनंदन, सजवादो द्वार-द्वार लिरिक्स

Aa Hi Gaye Raghunandan Lyrics

आ ही गए रघुनंदन, सजवादो द्वार-द्वार,स्वर्ण कलश रखवादो, बंधवादों बंधन वार… सजी नगरिया है सारी, नाचें गावे नर-नारी,खुशियाँ मनाओ, गाओ री मंगल चार,स्वर्ण कलश रखवादो, बंधवादों बंधन वार… लड़ियों से मढ़ियों से फुलझड़ियों से ,सजा राम दरबार, शोभा अजब बनी… कंचन कलश विचित्र सँवारे, सब ही सजे धरे निज निज द्वारे,खुशियाँ मनाओ, गाओ री मंगल […]

रामा रामा रटते रटते बीती रे उमरिया भजन लिरिक्स

Rama Rama Ratte Ratte Lyrics

रामा रामा रटते रटते,बीती रे उमरिया ।रघुकुल नंदन कब आओगे,भिलनी की डगरिया ॥ मैं शबरी भिलनी की जाई,भजन भाव ना जानु रे ।राम तेरे दर्शन के हित,वन में जीवन पालूं रे ।चरणकमल से निर्मल करदो,दासी की झोपड़िया ॥रामा रामा रटते रटते.. रोज सवेरे वन में जाकर,फल चुन चुन कर लाऊंगी ।अपने प्रभु के सन्मुख रख […]

दुनिया चले ना श्री राम के बिना, राम जी चले ना हनुमान के बिना लिरिक्स

Duniya Chale Na Shri Ram Ke Bina Lyrics

दुनिया चले ना श्री राम के बिना,राम जी चले ना हनुमान के बिना । जब से रामायण पढ़ ली है, एक बात मैंने समझ ली है,रावण मरे ना श्री राम के बिना, लंका जले ना हनुमान के बिना ॥ लक्ष्मण का बचना मुश्किल था, कौन बूटी लाने के काबिल था,लक्ष्मण बचे ना श्री राम के […]

मुझे कौन जानता था तेरी बंदगी से पहले भजन लिरिक्स

Mujhe Kon Janta Tha Teri Bandagi Se Pehle Lyrics

मुझे कौन जानता था,तेरी बंदगी से पहले,मैं बुझा हुआ दिया था,तेरी बंदगी से पहले ॥ मैं तो खाख था जरा सी,मेरी और क्या थी हस्ती,मैं थपेड़े खा रहा था,तूफ़ान में जैसे कश्ती,दर दर भटक रहा था,तेरी बंदगी से पहले ॥ मुझे कौन जानता था,तेरी बंदगी से पहले,मैं बुझा हुआ दिया था,तेरी बंदगी से पहले ॥ […]

श्री राम जानकी बैठे हैं मेरे सीने मे भजन लिरिक्स

Shri Ram Janki Baithe Hai Mere Seene Mein Lyrics

श्री राम जानकी बैठे हैं मेरे सीने मे,देख लो मेरे दिल के नगीने में ।। – दोहा –ना चलाओ बाण,व्यंग के ऐ विभिषण,ताना ना सह पाऊं,क्यूँ तोड़ी है ये माला,तुझे ए लंकापति बतलाऊं,मुझमें भी है तुझमें भी है,सब में है समझाऊँ,ऐ लंकापति विभीषण, ले देख,मैं तुझको आज दिखाऊं ।। श्री राम जानकी बैठे हैं मेरे […]

दाता नहीं है श्री राम के जैसा सेवक नहीं है हनुमान के जैसा भजन लिरिक्स

Daata Nahi Shri Ram Ke Jaisa Lyrics

दाता नहीं है श्री राम के जैसा,सेवक नहीं है हनुमान के जैसा || आंख उठा कर देखा जग में सारा जगत भिखारी,काम क्रोध मद लोह मोह में लिपटे सब नर नारी,पाप नहीं कोई अभिमान के जैसा,दाता नहीं है श्री राम के जैसा… पड़ कर देखो रामायण बस एक ही बात सिखाये,वो नर पार उतर जाए […]