भजो रे श्याम भजो प्यारे मनवा, यही काम आयेगा,
साथ निभाये तेरा हल पल यही….
(तर्ज : ओ हो रे ताल मिले नदी के जल में)
अञ्जानी नगरी है ये ‘यहाँ तुं बेगाना है’-2
पता ना ठिकाना जाने, ‘कहाँ तुझे जाना है’-2 (राही रे)
रस्ता दिखाये तेरा, हर पल यही….
पापों का बोझा सर पे, ‘लाखों जन्मों का है’-2
जब तक ये श्वाँस चलती, ‘तेरे पास मौका है’-2 (प्राणी रे)
पाप घटाये तेरा, हर पल यही….
ईश्वर और जीव में तो, ‘ना कोई दूरी है’-2
माया ने परदा डाला, ‘यही मजबूरी है’-2 (मनवा रे)
परदा हटाये तेरा, हर पल यही….
एक ना एक दिन तो तेरी ‘चाहत रंग लायेगी’-2
‘बिन्नू’ मंजिल खुद चल कर, ‘तेरे पास आयेगी’-2 (मितवा रे)
भाग्य जगाये तेरा, हर पल यही….
लिरिक्स – बिन्नू जी