खाटू में बैठा वो बाबा मार रहा है हेला,
मौका छूट ना जाए आया कार्तिक का है मेला,
सारे जग में गूँज रहा है चर्चा इनके नाम का,
आया आया रे जन्मदिन खाटूवाले श्याम का ।।
जल्दी जल्दी टिकट कटा कर खाटू जायेंगे हम,
बाबा के चरणों में अपनी ढोक लगाएंगे हम,
इस मन को अब चैन नहीं, ना समय है अब आराम का,
आया आया रे जन्मदिन खाटूवाले श्याम का ।।
बारह महीना राह तके हम तब ये महीना आता,
वो है किस्मत वाला जिसको दर पे श्याम बुलाता,
ले जाना है केक बना के मावे और बादाम का,
आया आया रे जन्मदिन खाटूवाले श्याम का ।।
मनमौजी है मौज में बैठा जो चाहे सो पा ले,
सारे संकट कट जाए चरणों में शीश झुका ले,
कहे ‘सचिन’ सुख मिल जाएगा तुझको आठों याम का,
आया आया रे जन्मदिन खाटूवाले श्याम का ।।
लिरिक्स – सचिन तुलसियान जी




