सांवरा तेरा जलवा निराला,
मैं तड़पता रहा मुस्कुरा के कलेजा निकाला ।।
तर्ज – हम तुम्हे चाहते है ऐसे ।
मेरी फरियाद बांसुरिया वाला,
चाँद ढलता रहा, ना आए मेरा गोपाला,
सांवरा तेरा जलवा निराला ।।
साथ तेरा और मेरा गोपाला,
युहि चलता रहा, तू न आया मेरा रुखाला,
सांवरा तेरा जलवा निराला ।।
तेरी रुख ने मुझे मार डाला,
मैं दीवाना बना, पीके मस्ती का दो घुठ प्याला,
सांवरा तेरा जलवा निराला ।।
मेरे दिल में वो सुरत समायी,
ओ देखता में रहा, उसमे मस्ती अनोखी है छाई,
सांवरा तेरा जलवा निराला ।।
मारली श्याम बहादुर ने बाजी,
नाचने ‘शिव’ लगा, खिलखिलाकर हंसा खाटूवाला,
सांवरा तेरा जलवा निराला ।।
लिरिक्स – श्री शिव चरण जी भीमराजका जी




