पंछी थारे पिंजरीये रा श्याम,
थे जइयां राखो, हस के रह लेस्यूं बाबा श्याम ।।
जीवन म्हारो सूंप दियो थाने श्याम,
जीवन म्हारो सूंप दियो थाने श्याम,
काई मोल लगास्यो, राखो चरणा में म्हाने श्याम ।।
मनडो लोभी ई की कस दयो लगाम,
मनडो लोभी ई की कस दयो लगाम,
या दुनिया झूठी, आसी ना कोई म्हारे काम ।।
नहीं ओलमो देऊ थाने श्याम,
नहीं ओलमो देऊ थाने श्याम,
थे बहुत निभाया, म्हारे जिसा ने बाबा श्याम ।।
जबरन नाहीं पाछे पड्यो हूँ श्याम,
जबरन नाहीं पाछे पड्यो हूँ श्याम,
थे जाल बिछाया, ‘मोहित’ खातिर जी बाबा श्याम ।।
लिरिक्स – मोहित कनोई जी