तड़पता है तेरा ये दास संभालो,
मिलन की आस ना टूटे संभालो ।।
तर्ज – अकेले है चले आओ जहा हो ।
ये जीवन भी है थोड़ा, ये सांसे भी है थोड़ी,
है रस्ता सीधा दर का, क्यों मेरी राहे मोड़ी,
मुझे तेरी डगर पर श्याम, चला लो,
मिलन की आस ना टूटे संभालो,
तड़पता है तेरा ये दास संभालो ।।
मेरे दिल में तुम्ही हो, मेरी धड़कन तुम्ही हो,
न भूलो श्याम मुझको, मेरा जीवन तुम्ही हो,
ये बाहे थाम लो बाबा, बचा लो,
मिलन की आस ना टूटे संभालो,
तड़पता है तेरा ये दास संभालो ।।
मैं पागल था दीवाना, तुझे समझा न जाना,
जो भूले मैंने की है, वो तुझको है भुलाना,
मुझे चरणों की सेवा में, लगा लो,
मिलन की आस ना टूटे संभालो,
तड़पता है तेरा ये दास संभालो ।।
तू दानी है दयालु, तू कर किरपा कृपालु,
मुझे दर पे बुलाले, नीत दर्शन मैं पा लू,
जो पर्दा है उसे बाबा, उठालो,
मिलन की आस ना टूटे संभालो,
तड़पता है तेरा ये दास संभालो ।।
लिरिक्स – श्याम अग्रवाल जी, अमित कालरा जी, दिनेश व्याकुल जी, प्रमोद जी