झन-झन झनके पायलिया झनके,
खन-खनके चूड़ियां खनके,
आए हैं मैया के नवराते,
खुशियों से मोरा जियरा छलके ।।
हाँ, झन-झन झनके पायलिया,
खन-खनके चूड़ियां खनके,
शेरावाली, ज्योता वाली, पहाड़ा वाली, मेहरा वाली ।।
चौकी सजाओ मंगल गाओ, नौ दिन नौ जगराते कराओ,
ध्वजा, नारियल, पुष्प चढ़ाकर, मां की पावन ज्योत जलाओ,
लहराए मैया की चुनर,
माथे की बिंदिया चम-चम चमके ।।
हाँ, झन-झन झनके पायलिया,
खन-खनके चूड़ियां खनके,
शेरावाली, ज्योता वाली, पहाड़ा वाली, मेहरा वाली ।।
ध्यानु भगत का मान बढ़ाया, घोड़े का कटा शीश लगाया,
आशीष देकर तूने ओ मैया, श्रीधर से भंडारा कराया,
बड़ी निराली तेरी माया,
भक्तों पे तेरी ममता छलके।।
हाँ, झन-झन झनके पायलिया,
खन-खनके चूड़ियां खनके,
शेरावाली, ज्योता वाली, पहाड़ा वाली, मेहरा वाली ।।
हम बालक शरण तेरी आए, सेवा से सारे सुख पाए,
तेरी शोभा के गुण गाकर, हर्ष भी चरणों में रम जाए,
छवि निहारूँ मैं तो मैया,
जब-जब खुले ये मेरी पलकें ।।
हाँ, झन-झन झनके पायलिया,
खन-खनके चूड़ियां खनके,
शेरावाली, ज्योता वाली, पहाड़ा वाली, मेहरा वाली ।।
शेरावालिए… ज्योतावालिए… पहाड़ावालिए…,
लाटावालिए… अंबेरानीए… माता रानी… ।।
लिरिक्स – हर्ष मंडलोई जी & शोभा सोनी जी