मुझको तो बस,
इतना सा गाना आ जाए,
मुझको मेरा,
श्याम रिझाना आ जाए,
मुझको तो बस,
इतना सा गाना आ जाए….
तेरे आगे जी भर के मैं रो लूंगा,
तेरे आगे जी भर के मैं रो लूंगा,
जग के आगे मुस्कुराना, आ जाए,
मुझको तो बस,
इतना सा गाना आ जाए….
नहीं करना है शोर ज़माने में मुझको,
नहीं करना है शोर ज़माने में मुझको,
दिल की बातें तुमको सुनना, आ जाए,
मुझको तो बस,
इतना सा गाना आ जाए….
जैसे तुमने मेरी खाताओ को बिसराया,
जैसे तुमने मेरी खाताओ को बिसराया,
मुझको भी सबके दोष भुलाना, आ जाए,
मुझको तो बस,
इतना सा गाना आ जाए….
लेखक – आदित्य मोदी (सोनू) जी
स्वर – शीतल पांडेय जी