यो पाण्डव कुल अवतार, बड़ो अलबेलो है,
करले करुण पुकार सौंप दे, नैया की पतवार ।।
तर्ज – तेरे द्वार खड़ा भगवान ।
घुँघरवाला बाल श्याम का, मोर मुकुट मनहारी,
शरणागत की रक्षा करता, श्याम धव्जाबंध धारी-२,
मेला लागै चार श्याम को, है मोटो दरबार ।।
मोटा मोटा नैण श्याम का, ज्यूं अमृत का प्याला,
दिल का दरिया ये मनगरिया, मंगल करने वाला-२,
राखै नहीं उधार मेरो यो, सांवरियो सरकार ।।
श्याम बहादुर सरस सलूणो, ‘शिव’ रसिया सैलाणी,
तुरता फुरती काम पटावै, ऐंकी बाण पुराणी-२,
खूब सज्यो सिणगार, तेरी नैया का खेवनहार ।।
लिरिक्स – शिव चरण भीमराजका जी