तेरा दर तो हकीकत में,
दुखियों का सहारा है,
दरबार तेरा बाबा,
जन्नत का नजारा है….
बिगड़ी हुई तकदीरें,
पल भर में बनाते हो,
अब लाज रखो बाबा,
हमें तेरा सहारा है,
तेरा दर तो हकीकत में,
दुखियों का सहारा है….
टूटी हुई कश्ती है,
और दूर किनारा है,
अब पार करो नैया,
भक्तो ने पुकारा है,
तेरा दर तो हकीकत में,
दुखियों का सहारा है….
जिसने भी पुकारा है,
दौड़े चले आते हो,
तेरे दर के ही टुकडो पर,
हम सब का गुजारा है,
तेरा दर तो हकीकत में,
दुखियों का सहारा है….
दौड़े चले आते हैं,
दुःख दर्द के मारे यहाँ,
सुख चैन वही पाते हैं,
जिन पे तेरा इशारा है,
तेरा दर तो हकीकत में,
दुखियों का सहारा है….