रंग मत डाले रे सांवरिया, म्हारो गुर्जर मारे रे,
रंग मत डाले रे….
में गुर्जरी नादान, यो गुर्जर मतवालों रे,
रंग मत डाले रे….
होली खेले तो कान्हा, बरसाने में आज्ये रे,
राधा और रुक्मण ने सागे, लेतो आज्ये रे,
रंग मत डाले रे….
घर मत आज्ये रे कान्हा, सास बुरी छे,
नंदुली नादान म्हाने, बोल्या मारे रे,
रंग मत डाले रे….
सास बुरी छे म्हारी, ननंद हठीली,
परण्यो बेईमान, म्हाने नित ही मारे रे,
रंग मत डाले रे….
चंद्र सखी भज बाल, कृष्ण छवि,
हरी चरणा में, म्हारो चित छे लागे रे,
रंग मत डाले रे….
(फागुन के भजन – https://bhajanpustika.com/category/fagun-bhajan-lyrics/)