गहरी नर्मदा न गेहरो पानी भजन लिरिक्स

गहरी नर्मदा न गेहरो पानी,ओ गहरी नर्मदा ने गेहरो पानी,देखी न जीव घबराये हो,मैय्या पार लगाऊजो।। काम क्रोध काच मच बसत है,ए लोभ को मगर देखाय हो,मैय्या पार लगाऊजो,गहरी नर्मदा ने गेहरो पानी,देखी न जीव घबराये हो,मैय्या पार लगाऊजो।। सत की नाव केवटीया सतगुरु,सुमिरण नाम आधार हो,मैय्या पार लगाऊजो,गहरी नर्मदा ने गेहरो पानी,देखी न जीव […]
नर्मदा मैया कर दो बेड़ा पार भजन लिरिक्स

नर्मदा मैया कर दो बेड़ा पार,आते तुम्हरे द्वार,आते तुम्हरे द्वार,ओ रेवा माई कर दो बेड़ा पार,नर्मदा मैया कर दों बेड़ा पार।। तर्ज – माँ पतित पावनी। अमरकण्ठ है उद्गम तेरा,हर कण कण में शिव का बसेरा,बहती हो माँ पावन धार,बहती हो माँ पावन धार,नर्मदा मैया कर दों बेड़ा पार,नर्मदा मैया कर दों बेड़ा पार।। ग्वारी […]