सजा दो घर को गुलशन सा, मेरे सरकार आये है भजन लिरिक्स

सजा दो घर को गुलशन सा,मेरे सरकार आये है,मेरे सरकार आये है,लगे कुटिया भी दुल्हन सी,लगे कुटिया भी दुल्हन सी,मेरे सरकार आये है,सजा दो घर को गूलशन सा,मेरे सरकार आये है।। तर्ज – जगत के रंग में क्या देखु। पखारो इनके चरणो को,बहा कर प्रेम की गंगा,बहा कर प्रेम की गंगा,बिछा दो अपनी पलको को,मेरे […]