दर्दे जिगर मेरा है, सुनो श्याम सांवरे,
दर्शन बिना गरीब के, नैनां है बावरे ।। टेर ।।
तर्ज – अहसान मेरे दिल पे तुम्हारा ।
देखे बिना तेरी छबी मन धीर ना धरे,
व्याकुल है मेरा मन, उसकी पीड़ को हरे,
तूं ही है दीन दास की, मंजिल और ठांवरे ।। दर्शन …. ।। १ ।।
साथी ना तुमसा और, ना दुनियां में है कोई,
देखा टटोल के मगर, तुझसा मिला नहीं,
तूं साथी है गरीब का, हारे की छांवरे,
रखता है ध्यान सबका, हर पल तूं सांवरे ।। दर्शन …. ।। २ ।।
इतने न दूर जाइये, दर्शन ना कर सकें,
हिम्मत हुयी है पस्त, नहीं ध्यान धर सकें,
आके जरा संभाल लो, इस दास को तेरे ।। दर्शन …. ।। ३ ।।
दिल की कुटी है खाली, इसमें बैठ जाइये,
बस इतनी सी ही बात मेरी मान जाइये,
‘सांवर‘ चरण का दास तेरे पूजे पांवरे ।। दर्शन …. ।। ४ ।।
आनन्द की होती रहे, बरसात ‘सांवरे’।।
लिरिक्स – सांवर जी