तर्ज : देना हो तो दीजिये जनम जनम का साथ
हे पितरेश्वर आपको, प्रणवत बारम्बार,
कर दो किरपा हो जाये, जीवन बगियां गुलजार ॥
कुल नायक हो आप हमारे, हरपल संग हमारे हो,
विपदा के घिर आये बादल, आप ही एक सहारे हो,
करो दुःखड़े दूर हमारे-2, हो खुशियों की बौछार,
हे पितरेश्वर…
हर संकट में नाम आपका, बल बुद्धि का दाता है,
मन का यह विश्वास अटल, हर कारज सफल बनाता है,
नहीं टूटे आस हमारी -2, हमको तेरा आधार,
हे पितरेश्वर….
रटता रहूँ मैं नाम आपका, कृपा बनाये ही रखना,
राह भूल ना जाऊँ तेरी, ज्योत जगाये ही रखना,
“राजू” है दास तुम्हारा -2, तुम ही हो प्राणाधार,
हे पितरेश्वर….