शिव भोले का डमरु जब-जब बजता है लिरिक्स

Shiv Bhole Ka Damru Jab Jab Bajta Hai Lyrics

तर्ज : दुल्हे का सेहरा सुहाना लगता है… शिव भोले का डमरु, जब-जब बजता है,धरती – अम्बर सारा ही, जग नचता है,देव-असुर-नर- किन्नर, सारे नाच रहे,भगतों का भी प्यारा, जमघट मचता है । शिव भोले ॥ शिव कैलाशी – शिव अविनाशी, बाँध लिये घुँघरू,छम-छम-छम-छम नाच रहें हैं, बाज रहा डमरु,भोले जी का रूप निराला जँचता […]

बेल पत्रों से शिव को बहुत दुलार है लिरिक्स

Bel Patra Se Shiv Ko Bahut Dular Hai Lyrics

(तर्ज : सौ साल पहले…..) बेल पत्रों से शिव को बहुत दुलार है -२,राम राम लिखके चढ़ावो, भव से बेड़ा पार है।। टेर।। हरे हरे चढ़ावो तो, तेरे घर हरियाली आये,चाँदी के चढ़ावो तो, भगत तेरी चाँदी हो जाये,कुछ भी न हो तो मानस, पूजा स्वीकार है ।। बेल के मूल में है ब्रह्मा, मध्य […]