एक दिन वो भोले भंडारी बन कर ब्रज की नारी लिरिक्स
एक दिन वो भोले भंडारी,बन कर ब्रज की नारी,गोकुल में आ गए…पार्वती जी मना के हारी,ना माने त्रिपुरारी,गोकुल में आ गए… पार्वती से बोले स्वामी,मैं भी चलूँगा तेरे साथ में,राधा संग श्याम नाचे,मैं भी नाचूँगा तेरे साथ में,रास रचेगा ब्रज मैं भारी,हमे दिखाओ प्यारी, गोकुल में आ गए,एक दिन वो भोले भंडारी…. ओ मेरे भोले […]
ॐ नमः शिवाय हर-हर भोले नमः शिवाय लिरिक्स
ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय,हर-हर भोले नमः शिवाय,ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय,हर-हर भोले नमः शिवाय…. रामेश्वराय, शिव, रामेश्वराय,हर-हर भोले नमः शिवाय,रामेश्वराय, शिव, रामेश्वराय,हर-हर भोले नमः शिवाय…. गंगाधराय, शिव, गंगाधराय,हर-हर भोले नमः शिवाय,गंगाधराय, शिव, गंगाधराय,हर-हर भोले नमः शिवाय…. जटाधराय, शिव, जटाधराय,हर-हर भोले नमः शिवाय,जटाधराय, शिव, जटाधराय,हर-हर भोले नमः शिवाय…. सोमेश्वराय, शिव, सोमेश्वराय,हर-हर भोले नमः […]
मेरा भोला है भंडारी करे नंदी कि सवारी लिरिक्स
मेरा भोला है भंडारी, करे नंदी कि सवारी… सबना दा रखवाला ओ शिवजी,डमरूवा वाला जी, डमरूवा वाला,ऊपर कैलाश रेहंदा भोले नाथ जी,धर्मियो जो तारदे शिवजी,पापिया जो मारदा जी, पापिया जो मारदा,बड़ा ही दयाल मेरा भोले अमली,ॐ नमः शिवाय शम्भु,ॐ नमः शिवाय,महादेवा तेरा डमरू डम डम,डम डम बजतो जाए रे,हो महादेवा महादेवा,ॐ नमः शिवाय शम्भु,ॐ नमः […]
सज रहे भोले बाबा निराले दूल्हे में लिरिक्स
सज रहे भोले बाबा निराले दूल्हे में,निराले दूल्हे में, मतवाले दूल्हे में,सज रहे भोले बाबा निराले दूल्हे में….. (तर्ज – सज रही गली मेरी माँ) अरे देखो भोले बाबा की अजब है बात,चले हैं संग ले कर के भूतों की बरात,सज रहे भोले बाबा निराले दूल्हे में….. भेष निराला, जय हो,पीए भंग का प्याला, जय […]
डमरू वाले बाबा तुमको आना होगा लिरिक्स
डमरू वाले बाबा तुमको आना होगा,डम डम डमरू बजाना होगा,माँ गोरा संग गणपति जी को लाना होगा,डमरू वाले बाबा तुमको आना होगा…. बैल पत्र दूध बाबा आपको चड़ाएंगे,केसरियां चन्दन माथे तिलक लगाएंगे,भगतो को दरश दिखाना होगा,डम डम डमरू बजाना होगा…. आप तो निराले बाबा रूप भी निराला,हाथ में त्रिशूल गले सर्पो की माला,नंदी पे चढ़कर […]
शिव भोले का डमरु जब-जब बजता है लिरिक्स
तर्ज : दुल्हे का सेहरा सुहाना लगता है… शिव भोले का डमरु, जब-जब बजता है,धरती – अम्बर सारा ही, जग नचता है,देव-असुर-नर- किन्नर, सारे नाच रहे,भगतों का भी प्यारा, जमघट मचता है । शिव भोले ॥ शिव कैलाशी – शिव अविनाशी, बाँध लिये घुँघरू,छम-छम-छम-छम नाच रहें हैं, बाज रहा डमरु,भोले जी का रूप निराला जँचता […]
बेल पत्रों से शिव को बहुत दुलार है लिरिक्स
(तर्ज : सौ साल पहले…..) बेल पत्रों से शिव को बहुत दुलार है -२,राम राम लिखके चढ़ावो, भव से बेड़ा पार है।। टेर।। हरे हरे चढ़ावो तो, तेरे घर हरियाली आये,चाँदी के चढ़ावो तो, भगत तेरी चाँदी हो जाये,कुछ भी न हो तो मानस, पूजा स्वीकार है ।। बेल के मूल में है ब्रह्मा, मध्य […]